मालकिन
"सुनो' सोच रही हूँ इस बार अपने जन्मदिन पर कमला को एक अच्छा प्रेशर
कूकर लाकर दे दूँ बेचारी सारा दिन दूसरों के घरों में काम करती है फिर जाकर अपने
घर में खटती है, कुछ तो राहत हो जायेगी
उसे''
''नहीं नहीं इतना सर चढ़ाने की ज़रुरत नही 200 रुपये दे दो बस .. अपनी मर्जी से वो कहीं भी खर्च करती रहे''
''नहीं नहीं इतना सर चढ़ाने की ज़रुरत नही 200 रुपये दे दो बस .. अपनी मर्जी से वो कहीं भी खर्च करती रहे''
''मगर''
'' कह दिया ना.........अब
और बहस नहीं इस टॉपिक पर ...
अगले
दिन सुबह ................
''ये ले कमला आज मेरे
जन्मदिन की खुशी में साहब ने ये तुझे देने को बोला है''
लिफाफा माथे से लगाते हुए कमला ने ढेरों दुआएं दीं.......... मालकिन होने का गर्व उबल- उबल कर मेरे चेहरे से टपकने लगा.......
लिफाफा माथे से लगाते हुए कमला ने ढेरों दुआएं दीं.......... मालकिन होने का गर्व उबल- उबल कर मेरे चेहरे से टपकने लगा.......
दोपहर
में............
कमला
के हाथों में एक सुन्दर सा लिफाफा था ...
''दीदी ये आपके लिए......... आपको जन्मदिन की एक बार फिर बधाई''
''दीदी ये आपके लिए......... आपको जन्मदिन की एक बार फिर बधाई''
''ये क्या है?''
''आप खुद खोलिए ना और बताइये आपको पसंद आयी या नहीं ? उसी दुकान से लाई हूँ जहां से आप खरीदती हैं''
''आप खुद खोलिए ना और बताइये आपको पसंद आयी या नहीं ? उसी दुकान से लाई हूँ जहां से आप खरीदती हैं''
लिफ़ाफ़े
में खूबसूरत सी एक साड़ी, .........रेट
टैग हटा देना चाहिए शायद इतनी समझ उसमे नहीं है.........1735रूपये ..........
'' ये क्या कमला !!!!!!! हद कर दी तूने भी ....इतना खर्च कर डाला...कल ही तो पैसों को लेकर जगदीश इतना झगड़ा है तेरे से...इसके लिए तो तेरे हाथ पैर ही तोड़ देगा ''
'' ये क्या कमला !!!!!!! हद कर दी तूने भी ....इतना खर्च कर डाला...कल ही तो पैसों को लेकर जगदीश इतना झगड़ा है तेरे से...इसके लिए तो तेरे हाथ पैर ही तोड़ देगा ''
''ऐसे कैसे तोड़ देगा दीदी
? मैं उसके सवालों की जवाबदेह ना हूँ .......मेहनत से
कमाती हूँ .........खुद मालकिन हूँ अपने पैसों की.....खुद फैसला करती हूँ क्या
करना है क्या नहीं''
और
अब मैं असली मालकिन के सामने खडी थी.............
परिचय.......................
रचनाकार
: सीमा अग्रवाल
माता
: श्रीमती प्रभा गुप्ता
पिता
: आयुर्वेदाचार्य बनारसीदास
गुप्ता
जन्म तिथि
: 8 अक्टूबर, 1962
मोबाइल नम्बर
: 7587233793
सीमा अग्रवाल का मूल पैतृक स्थान
कानपुर, उत्तर
प्रदेश है l संगीत से स्नातक एवं मनोविज्ञान से परास्नातक
करने के पश्चात पुस्तकालय विज्ञान से डिप्लोमा प्राप्त किया l आकाशवाणी कानपुर में कई वर्ष तक आकस्मिक उद्घोषिका के रूप में कार्य किया l
विवाह पश्चात पूर्णरूप से घर गृहस्थी में संलग्न रहीं l पिछले कुछ वर्षों से लेखन कार्य में सक्रिय हैं l इन्ही
कुछ वर्षों में काव्य की विभिन्न विधाओं में लिखने के साथ ही कुछ कहानियां और आलेख
भी लिखे l
लेखन क्षेत्र : गीत एवं छंद, लघु कथा
प्रकाशित
गीत संग्रह : खुशबू सीली गलियों की
प्रकाशित कृतियाँ :
1. राजस्थान से
प्रकाशित बाबूजी का भारत मित्र में दोहे एवं कुण्डलियाँ
2. शुक्ति प्रकाशन
द्वारा प्रकाशित संकलन “शुभम अस्तु” में गीत संकलित
3. श्री दिनेश प्रभात
द्वारा सम्पादित त्रैमासिक पत्रिका गीत गागर में गीत प्रकाशित
4. मॉरिशस गाँधी
विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित वसंत एवं रिमझिम पत्रिकाओं में रचनाओ का प्रकाशन
5. ई-पत्रिका “साहित्य रागिनी”
में गीत संकलन